यूँ ही नहीं पूजते है लोग ज़माने वाले,
साई बाबा तो है बिगड़ी को बनाने वाले,
यूँ ही नहीं पूजते...
भक्ती करता है तो साई को वसा ले दिल में,
वो ही संकट को तेरे सिर से हटाने वाले,
साई बाबा तो है बिगड़ी को बनाने वाले,
यूँ ही नहीं पूजते...
राम भी कृष्ण भी साई भी समज ले उनको,
बैठे बैठे तुझे स्वर्ग दिखाने वाले,
साई बाबा तो है बिगड़ी को बनाने वाले,
यूँ ही नहीं पूजते...
साई बाबा गज़ब की शान है कोई देखे,
वो तो लँगड़ो को भी है पल में चलाने वाले,
साई बाबा तो है बिगड़ी को बनाने वाले,
यूँ ही नहीं पूजते...
हिन्दू मुस्लिम हो सिख हो या ईसाई हो,
भेद भाव को है साई ही मिटाने वाले,
साई बाबा तो है बिगड़ी को बनाने वाले,
यूँ ही नहीं पूजते...