श्याम के जैसा कहा कलयुग में दातारी
खाली गया जो खाटू श्याम ने झोली भरी
हर मुश्किल आसा कर दे करता है आशा पूरी,
जिसने भी जानके अपना बतलाई है मजबूरी ,
हारे का सहारा है मेरा तो श्यामधणी
खाली गया जो खाटू श्याम ने झोली भरी
ना मांगे धन और दौलत ना मांगे चांदी सोना ,
मेरा श्यामधणी बस मांगे तुम सचे बनकर रहना ,
कर देता ठाट सभी जो भी सोचा मन मे कभी
खाली गया जो खाटू श्याम ने झोली भरी
झूठे है सारे बंधन झूठी है दुनियादारी ,
मेरा श्याम करे ना धोखा मेरा श्याम निभाये यारी ,
तू श्याम से कर यारी इतना क्यो सोचे ,राही,
खाली गया जो खाटू श्याम ने झोली भरी
श्याम के जैसा कहा कलयुग में दातारी
ARUN CHAUHAN RAHI