फुर्सत मिले तो साईं मेरे घर आना
दर्शन की प्यास मेरी आके मिटाना
मेरी कुटियाँ में आकर के भाग जगाना
फुर्सत मिले तो साईं मेरे घर आना
राह निहारु मैं तो बेठी बाबा इन्तजार में,
दीवानी बनी हु साईं आप के ही प्यार में,
कब आओ गे जरा ये तो बताना,
दर्शन की प्यास मेरी आके मिटाना
मेरे घर जब आओगे तो चरणों को प्खारो गे
सामने बेठा के दाता तुम को निहारो गे,
दिल में वसा जो प्यार तुम को दिखाना
दर्शन की प्यास मेरी आके मिटाना
राह न सूजे कोई मुझको आके राह दिखा दो
दुखो का अँधेरा मेरा साईं हटा दो
बनके खैवैयाँ नैया पार लगाना
दर्शन की प्यास मेरी आके मिटाना