कर दो दूर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है,
जब से तेरी लगन लगी, हुआ मन में सवेरा है,
कर दो दूर प्रभु, मेरे मन में अंधेरा है,
हरी तुमसे बिछड़े हुए, कई युग बीत गएँ,
अब आन मिलो प्रियतम, मेरे मन में प्यार तेरा है,
कर दो दूर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है,
इतना तो बता दो मुझे, मेरी मंजिल है कहाँ,
अब ले चलो मुझको, जहाँ सन्तों का डेरा है,
कर दो दूर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है,
दर्शन पाये बिना, दर से हटेंगे नहीं,
अब हमने डाल लिया, तेरे दर पे डेरा है,
कर दो दूर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है,
जब से तेरी लगन लगी, मेरे मन की कलिया खिली,
अब जाग उठी किस्मत, हुआ दर्शन तेरा है,
कर दों दुर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है,
कर दो दूर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है,
जब से तेरी लगन लगी, हुआ मन में सवेरा है,
कर दो दूर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है,