तारा विना श्याम मने एकलडु लागे,
रास रमवा ने वेलो आवजे
तारा विना श्याम एकलडु लागे
शरद पूनम नी रातडी ओहो,
चांदनी खिली छे भली भांत नी
तू न आवे तो श्याम,
रास जामे न श्याम
रास रमवा ने वेलो आव श्याम,
तारा विना ….
गरबे घूमती गोपियो ओहो,सूनी छे गोकुल नी शेरीयो
सूनी सूनी शेरियो मा,गोकुल नी गलियों मा
रास रमवा ने वेलो आव श्याम,रास रमवा ने वेलो आवजे
तारा विना ….
अंग अंग रंग छे उमंग नो ओहो,रंग केम जाए तारा संग नो
पायल झंकार सुणी,रोदिया नो नाद सुणी
रास रमवा ने वेलो आव श्याम,रास रमवा ने वेलो आवजे
तारा विना ….