चंदीपुर में मेरे चमके सितारे
मेरी माँ ने मुझे दिए सुख सारे
इस जग से मुझको क्या लेना क्या लेना
चंदीपुर में मेरे चमके सितारे
याहा चेत कवार में लगाता पुरे नो दिन का मेला
माँ की किरपा से मिट ता जीवन का सारा जमेला,
भगत आते रात दिन मिले सब कुछ मांगे बिन मेरी मैया के जैसा कोई न
चंदीपुर में मेरे चमके सितारे
माँ जगजननी जगदम्बे संग बैठीफूल कली मैया,
दुःख विपता मिटावे भवानी
बन के भगतो की सहईया
माता का अद्भुत शिंगार दुनिया में है जय जय कार
मुझे भी चरणों में ही रखना
चंदीपुर में मेरे चमके सितारे
कण कण में है मैया रानी अबास यही होता है,
चंदीपुर धाम में आके अहसास यही होता है
अरुण बनाये ऐसा धाम गूंजे जय माँ सुबहो शाम
गुण गाये देविंदर भी सुन लो माँ सुन लो माँ
चंदीपुर में मेरे चमके सितारे