राम जी के नाम का पी कर प्याला,
नाच रहे मस्ती में बजरंग बाला
बजरंग बाला बजरंग बाला
पाओ के घुंगरू छन छन छनकते
कानो के कुंडल लच लच लचकते,
राम जी के नाम का ओड दुशाला
नाच रहे मस्ती में बजरंग बाला
कभी मारे ढुमका कमरिया हिला के,
कभी मारे ठुमका नजरियाँ मिला के,
लिए हाथ अपने में सोटा निराला,
नाच रहे मस्ती में बजरंग बाला
कभी दोनों हाथो से चुटकी बजाते,
कभी राम जी का जय कारा लगाते,
भजा रहे मजीरा और खडताला
नाच रहे मस्ती में बजरंग बाला
जो देखे छवि को वो देखत रह जाए,
बात हकीकत अनाडी बताये
गाये मुकेश पानीपत वाला
नाच रहे मस्ती में बजरंग बाला