आ गए हो अगर श्याम इस मोड़ पर
हमसे मिलने मिलाने का वादा करो
आ गए हो तो जाने की जिद ना करो
जा रहे हो तो आने का वादा करो
मोह दुनिया के चाहे हो जितने हंसी
श्याम तेरे बिना चैन मुझको नहीं
श्याम बिनती ना मेरी भुलाना कभी
आज सपनों में आने का वादा करो
आ गए हो अगर श्याम.........
आस दर्शन की लेकर मैं कब से खड़ी
श्याम आंखों से लागे सावन की झड़ी
सोच ले श्याम सावन की रुत आ गई
हमको झूला झूलाने का वादा करो
आ गए हो अगर श्याम...........
श्याम मिलने की आस लेकर सोई थी मैं
श्याम ख्वाबों में तेरे ही खोई थी मैं
दर्द बन के जो दिल में समाए मेरे
अब निकल के ना जाने का वादा करो
आ गए हो अगर श्याम............