है राधा रानी कमाल सखी,
करे सबको मालामाल सखी
तुझे क्या बतलाऊ
अरे चल तू राधे के द्वार अखियो से दिखाऊ मैं
सभी आस मुराद ये भगतो की पूरी करती
द्वार में आने वालो की झोली भरती
कर पुरे सभी सवाल सखी छोड़े न कोई मलाल सखी
तुझे क्या बतलाऊ वो करुनामई धमाल
सखी रे तुझे क्या बतलाऊ मैं
हो कितनी दीं दयाल तुझे क्या बतलाऊ मैं
तू देख नजारा झलके उस द्वार का री
रुतभा श्रृष्टि में पार है ब्रिज सरकार करी
हर कोई पड़ता पाँव सखी बने सबके वाहा पे काम सखी
तुझे क्या बतलाऊ वो कितनी दीं दयाल सखी रे तुझे क्या बतलाऊ
तू चल री राधे के द्वार तुझे अखियो से दिखाऊ