श्याम दरबार में आज जाए
माला दीपो की आज सजाये,
अपने बाबा को धयाये गे हर दम,
बोले मन के तरन ये दीवानी श्याम संग
बाबा के चरणों में दीये हम जलाए मन के अँधेरे को दूर भगाए,
इन लबो पे तेरा बस तेरा नाम हो जब तक हो अपने सांसो में ये दम,
बोले मन के तरन ये दीवानी श्याम संग
दीपावली में कहे दिल ये मेरा
छुटे कभी न मुझसे श्याम संग तेरा
ना भुलाना हमे ओ मेरे संवारे अपनी भगती ओ बाबा हो कम
बोले मन के तरन ये दीवानी श्याम संग