बटती आज बधाई सारी दुनिया में
आई मस्त बहार खाटू नगरी में
झूमता है जहाँ नाचता है जहां श्याम नगरी में
बंटती आज बधाई ................
कार्तिक वाली ग्यारस की बात निराली है
श्याम दीवानो की तो बस ये ही दिवाली है
आ रही टोलियां गूंजती बोलियां श्याम नगरी में
बटती आज बधाई ................
जूही चंपा केसर से आज सजाया है
खुशबु के झोंको से मंदिर महकाया है
कैसा रंगी समा श्याम रंग है रंगा श्याम नगरी में
बटती आज बधाई ................
छप्पन भोग लगाए कीर्तन करवाए हैं
स्वागत में सेवक ये पलकों को बिछाए है
बरसे अमृत यहाँ श्याम नगरी में
बटती आज बधाई ................
एक झलक के खातिर दीवाने आये हैं
कहना यही निखिल का ह ामे तू ही भाये है
भक्त मदहोश है एक नया जोश है श्याम नगरी में
बटती आज बधाई ................