साथी हारे का तू सांवरे साथ हर दम निभाना कन्हैया
ज़िन्दगी है तेरे आसरे प्यार अपना लूटना कन्हैया
साथी हारे का तू ..................
जिसकी नैया का मांझी है तू नाव उसकी तो डूबे नहीं ज
मांझी बनकर मेरी नाव भी पार भाव से लगाना कन्हैया
साथी हारे का तू ..................
होक लाचार आया हूँ मैं हार आंसू के लाया हूँ मैं
लेके अपनी शरण सांवरे भाग मेरे जगाना कन्हैया
साथी हारे का तू ..................
तेरे दर का ये इतिहास है हार को जीत मिलती यहाँ
मोहित लायक नहीं है तेरे अपने लायक बनाना कन्हैया
साथी हारे का तू ..................