हारे का सहारा है , बाबा श्याम हमारा है
हारे के सहारे ने , दिया सदा सहारा है
हारे का सहारा है ………..
हार गया हूं में , क्यों देर लगाता है
खेल तेरे न्यारे , कोई समझ ना पाता है
मूरख हूँ अज्ञानी , कोई सूझे ना चारा है
हारे का सहारा है ………..
लाज बचाना तो , बाबा दस्तूर है तेरा
इतना क्यों दास यहाँ , मजबूर है तेरा
हार के आया में , श्याम सेवक तुम्हारा है
हारे का सहारा है ………..
बहुत हुआ अब तो , आके सम्भालो जरा
नाम की जो महिमा है , इसको बचा लो जरा
मेरा नही कोई जग में , किया सबने किनारा है
हारे का सहारा है ………..
श्याम तेरी चौखट का , रस्ता बनालो मुझे
भक्तो के चरणों की , रज माथे लगा दो मुझे
मोहन कौशिक ऐसे ही , श्याम लाखो को तारा है
हारे का सहारा है ……….