हस्ते हस्ते दर पे जाओ श्याम धनि से मिल कर आओ,
देख के तुझको खुश हो जाए संवारा संवारा 
लाखो लोग आते याहा लेके दिल में कामना 
जैसी जिस की भावना है वैसा होता सामना 
प्रेमी सचा लगता अच्छा संवारिया सरकार को 
हस्ते हस्ते दर पे जाओ श्याम धनि से मिल कर आओ,
मांग ने वालो की लगी लम्भी कटारे,
सुनता है श्याम प्यारा सब की पुकारी 
नाटना बाँट ता ये जिसको जो दरकार है 
हस्ते हस्ते दर पे जाओ श्याम धनि से मिल कर आओ,
अपने दीवानों का श्याम है दीवाना दे रहा है उनको ये भगती का खजाना 
वो ही पाता जिसका नाता सचा है दरबार से 
हस्ते हस्ते दर पे जाओ श्याम धनि से मिल कर आओ,
बिन्नू जो करते है आतम समर्पण 
उनको ही होता है साक्शात दर्शन 
साफ़ जो दिल के उन से मिल के श्याम को भी आता मजा 
हस्ते हस्ते दर पे जाओ श्याम धनि से मिल कर आओ,