शीश मुकट हिमालये जिसका सारे जग की शान है
भारत की भूमि पर जन्मे हम को ये अभिमान है
हिंदुस्तान की कसम हिंदुस्तान की कसम
बुरी नजर कोई डाले देश पे ले लेते हम जान है
वीरो की ये भूमि है इसको केहते हिन्दुस्तान है
हिंदुस्तान की कसम हिंदुस्तान की कसम
हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई रेहते सब इस देश में
कोई मुल्ला कोई फाथर कोई है साधू के वेश में
एकता एसी याहा की गाता जग गुणगान है
भारत की भूमि पर जन्मे हम को ये अभिमान है
राम और गोतम की भूमि सारे में महान है
संकट उसको क्या छुपाये रेहते याहा हनुमान है
आच न आये कभी भी मात्र भूमि की आन में
भारत की भूमि पर जन्मे हम को ये अभिमान है