श्री श्याम दाता भाग्य्विध्यता कर किरपा अज्ञानी पर
तेरी शरण आके ध्यान लगा के करे नमन झुका के सिर,
तीन वान धारी श्याम बिहारी केहते हम ये जोड़ कर
चाहे सुख मिले चाहे दुःख हमे किस हाल में ना छोड़े दर
जो आये दामन खाली लेके ज्ञान दान से देना भर
कभी भूले से भी भूल हो ना मांगे हम तुम से ये वर
तेरी भगती की पुदो से मेरा तन और मन हो जाए तर,
बस दे सकू खुशियाँ सभी तो इतनी किरपा देना कर