चल खाटू धाम घुमाऊ तुझे श्याम कुंड नेहलाऊ,
तुझे श्याम के दर्श कराउ अगर तू संग माहरे चाले,
मेरे श्याम की महिमा है बड़ी निराली,
खाली न लौटा जो आया सवाली,
तू चल एक बार मेरे सँवारे के द्वार तेरे भर वाले भंडारे,
अगर तू संग माहरे चाले,
हे नीला वाला तेरी लाज बचाये,
अपने प्रेमी से ये रिश्ता बनाये,
तू चढ़ा दे निशान तेरी ऊंची कर दे शान,
मुझे अपने गले से लगा ले ,
अगर तू संग माहरे चाले,
दुनिया पे नहीं है कोई देव न दूजा,
कलयुग में होती मेरे श्याम की पूजा,
जो आया जग से हार लिए कष्टों से उभार,
हम ये ही तुझको संभाले,
अगर तू संग माहरे चाले,
इस लिए रविंदर गुण इस के गाये,
ये तूफानों में मेरी नाव चलाये,
सुनता भगतो की पुकार करता भव से बेडा पार,
तुझे सीन से चिपकाले,
अगर तू संग माहरे चाले,