काम धाम ने छोड़ वांवली जल्दी करले तयारी 
खाटू वाले श्याम धनि के लागेया मेला भारी 
फागन की ग्यारस में जाके देख नजारा धाम का 
दरबार सजा कितना प्यारा मेरे खाटू वाले श्याम का 
एक बे जाके देख धाम पे जी सा आ जे प्यारी
खाटू वाले श्याम धणी के लाग्या मेला भारी 
खाली झोली भर देवे जो भी सचे मन से जावे से 
बाबा के दरबार में मुह मांगेया फल वो पावे से 
मन की मुरादे पूरी करदे कलयुग को अवतारी 
खाटू वाले श्याम धणी के लाग्या मेला भारी 
कमला जारी विमला जारी 
जा रही बहु काले की,
या गज वन भी रे फैन होगी नीले घोड़े वाले की 
बाबा के जयकारे लाती सारी दुनिया जारी,
खाटू वाले श्याम धणी के लाग्या मेला भारी 
कोई पेट पलनियाँ जावे रे कोई जावे रे दी जे लेके 
मन की चाहि हो जावे चरना माथा टेक के 
श्याम भगत ये अर्जी बाबा बिगड़ी बन जाए सारी,
खाटू वाले श्याम धणी के लाग्या मेला भारी