श्याम तेरे चरणों से ये लागी छूटे ना,
छूटे बेशक दुनिया सारी द्वार ये छुटे न
श्याम तेरे चरणों से ये लागी छूटे ना,
जब से देखि संवारी सूरत और न फिर कुछ भाया
मोह माया के तोड़ के बंधन द्वार तेरे मैं आया
बाँध लिया जो बंधन प्यारे बंधन टूटे ना
श्याम तेरे चरणों से ये लागी छूटे ना,
पाप की गठरी लेकर गिरधर तेरी शरन में आया
करदो एसी रेहमत बाबा पावन हो ये काया
रंग चड़े भगती का ऐसा रंग ये छुटे न
श्याम तेरे चरणों से ये लागी छूटे ना,
अब तो जीवन भर एह मोहन नाम तेरा ही ध्याऊ
सोंप दिया ये तन मन तुमको तुम से दूर न जाऊ
प्रीत लगी जो तुम संग प्यारे प्रीत ये छुटे न
श्याम तेरे चरणों से ये लागी छूटे ना,