वे सब तों सोणेंयां,हाय वे मनमोंणेंयां
मैं तेरी हो गई,प्यार विच खो गई
वे सब....
1. मुखड़े तेरे तों फुल शरमावे,तूं तां रंग
रगिंला वे
मैं तेरी हो गई,प्यार विच खो गई
वे सब....
2. नैंना मेरे दिदार में मगंदे,तूं ऐंना क्यों
शर्मिला वे
मैं तेरी हो गई,प्यार विच खो गई
वे सब....
3. वैख़ तेरे वल चंन शरमावे,के ढिग-ढिग
पैंदें तारे ने
मैं तेरी हो गई,प्यार विच खो गई
वे सब....
4. बोल दे गल्ला फुला झड़ियां,खोल दे तूं
द्वारे वे
मैं तेरी हो गई,प्यार विच खो गई
वे सब....
5. ऐ दिन गिंन-गिंन-गिंन गुज़रंन मेरे,वे
आजा सोंणेंयां मैं सदके तेरे
मैं तेरी हो गई,प्यार विच खो गई
वे सब....
6. ऐ घुंघरुं छंन-छंन-छंन बोलणं मेरे,वे
आजा सोंणेंयां मैं चाकर तेरी
मैं तेरी हो गई,प्यार विच खो गई
वे सब....
बाबा धसका पागल पानीपत
संपर्कंसुत्र-7206526000