साईं तू सब से बड़ा है दाता तू सब से बड़ा है
करुना का सागर तू ममता की मूरत
मांगे तू सबका भला है
साई तू सबसे बड़ा हे
दुखी निमानो का तू है सहारा
दर पे यो आये वो तेरा दुलारा,
तेरी शरण में आ कर ऐ दाता,
मिल जाए जाने खुदा है
साई तू सबसे बड़ा हे
सादी है वस्त्र तेरा सादा है खाना,
जीने का ढंग तेरा सबसे निराला,
बोला जो तूने वो पूरा हुआ है तू ऐसा देवता है
साई तू सबसे बड़ा हे
पानी से दीप जलाए जैसे पल में,
अँधेरा दिलो का मिटा दे तू थल से
श्रदा सबुरी है जिस मन में करता तू उस पे किरपा है
साई तू सबसे बड़ा हे