बाबा फागन के लिए कर राखी तयारी है
झोली भर ले रंग से हाथा में पिचकारी है
सारी दुनिया के रंग रेज अब की तेरी बारी है
बाबा फागन के लिए कर राखी तयारी है
रंग उड़े हुड दंग मचेगा बाबा तेरे अंगना
होगी सब की यही तमना सांवालिये तुझे रंग ना ,
अगले फागुन तक भी न छुटे ये खुमारी है
लालो लाल हो जाए जो सूरतियाँ काली है
बाबा फागन के लिए कर राखी तयारी है
तेरी नगरी में फागन की छटा दिखे गी न्यारी
आसमान नो रंग दिखे गा हवा बहेगी प्यारी
फागन का रसया तू मेरा श्याम बिहारी है
तुमसे मिलने के लिए मेरो छाव भारी है
गोलू को तेरे रंग में रंग ले ऐसे श्याम मुरारी
तेरे रंगो में ही दिखे हम को दुनिया सारी
प्रेम का धागा बंधा रहे ये अरज हमारी है
सारी दुनिया से जुदा अपनी रिश्ते दारी है
बाबा फागन के लिए कर राखी तयारी है