जो हारे का साथ निभाये बिगड़े काम बनाये,
ऐसे तो श्याम बाबा है
ऐसे ही मेरे बाबा है ऐसे तो श्याम बाबा है,
बिगड़े काम जो कही बने न उसको श्याम बनाये
बिना बहारो के गुलशन में फिर से फूल खिलाये
घूम नामी के अँध्यारो से जो रसता दिखलाए ऐसे तो श्याम बाबा है,
ऐसे ही मेरे बाबा है ऐसे तो श्याम बाबा है,
खाटू वाला श्याम धनि है देव बड़ा अलबेला
श्याम दीवानों का रेहता है दर दम मेला
रोती हुई आँखों को पल में जो मुश्कान दिलाये
ऐसे तो श्याम बाबा है,
ऐसे ही मेरे बाबा है ऐसे तो श्याम बाबा है,
तीन लोक नो खण्ड से इसकी न्यारी लख दातारी,
देता है औकात से ज्यदा केहता राज अनाडी
जिस की महिमा भरमा विष्णु देव समज न पाए
ऐसे तो श्याम बाबा है,
ऐसे ही मेरे बाबा है ऐसे तो श्याम बाबा है,