जो बाबा के गुण गाता है जीवन में बड़ा सुख पाता है,
कपड़े में धाग लग जाता है वो साबुन से धुल जाता है
जब कुल में धाग लग जाता है उसे कोई छुड़ा नही पाता है
जो बाबा के गुण गाता है.......
जो सिर से साडी फिसल गई
नारी उसे तुरंत समबाल रही
जो नारी धर्म से फिसल गई उसे कोई बचा नही पाता है
जो बाबा के गुण गाता है
बेटा जो माँ से रूठ गया माता उसे तुरन मनाती है
जो माँ बेटे से रूठ गई उसे कोई मना नही पाता है
जो बाबा के गुण गाता है
सच बोलना याहा पर धर्म मेरा
नेकी पर चलना धर्म मेरा
जो नेक राह अपनाता है वो परम पिता को पाता है
जो बाबा के गुण गाता है