दुर्गा देवी दया नी दुखड़े हरती माता रानी
जो आ गया शरण में उनकी रक्शा करे भवानी
दुनिया भले ठुकरा दे चाहे सभी बुला दे
इक माँ का दिल ही ऐसा जो सब को गले लगा ले
मेरी माँ है ममता वाली बात सब की मैया ने मानी
जो आ गया शरण में उनकी रक्शा करे भवानी
किसके भी दिल में क्या है ये सब माँ जानती है
जिसकी है जैसी अर्जी माँ उसको मानती है
मैया है शेरोवाली भर देती है झोली खाली
जो आ गया शरण में उनकी रक्शा करे भवानी