मेरे घर आयी है माता,
आज मेरे घर में जगराता,
आज मेरे घर में जगराता,
झूम कर.. जय माँ...
मेरे घर आयी है माता,
आज मेरे घर में जगराता,
झूम कर मैं ये गाता,
आज मेरे घर में जगराता।।
ज्योत जगी माँ रानी की,
और सजी है चौंकी प्यारी,
करके दर्शन अम्बे माँ के,
किस्मत जगी हमारी,
ज्योत मैं माँ की जगाता,
आज मेरे घर में जगराता,
मेरे घर आयी है माता,
आज मेरे घर में जगराता।
सिंह सवारी बैठी मईया,
आयी शेरोंवाली,
अपने भक्तो की रानी माँ,
भरेगी झोली खाली,
आज जो मांगू वो पाता,
आज मेरे घर में जगराता,
मेरे घर आयी है माता,
आज मेरे घर में जगराता।
ओ कार बार में मईया जी के चरणों को पखारू,
धुप दीप से अम्बे माँ की आरती उतारू,
‘गिरी’ सिर अपना झुकाता,
आज मेरे घर में जगराता,
मेरे घर आयी है माता,
आज मेरे घर में जगराता.......