राम के रंग में रंगा हुआ है अंजनी सूत बजरंग बाला
ऐसा लगता झलक रहा है जैसे भगती का प्याला
राम की सेवा कर ने खातिर धरती पर अवतार लिया
जो भी अगेया मिली राम से हनुमत ने सवीकार किया
राम नाम के महा मंत्र की हर पल ये फेरे माला
ऐसा लगता झलक रहा है जैसे भगती का प्याला
पाँव में घुंगरू बाँध के नाचे हाथो से कड्ताल बजे
प्रेम मगन बजरंगी का स्वास स्वास श्री राम बसे
राम की धुन में मस्त है हो कर नाच रहा ये मतवाला
ऐसा लगता झलक रहा है जैसे भगती का प्याला
तन मन इसका अर्पण सारा श्री राम के चरणों में
प्रेम का सागर उमड़ रहा है हनुमान के नैनो में
भगती की मस्ती में इसने सीना फाड़ दिखा दाला
ऐसा लगता झलक रहा है जैसे भगती का प्याला