मई हर वाली माँ तू ही माँ काली माँ,
तेरे दर्शन को मैयां हम भी कब से तरसे है,
देर करो ना अम्बे रानी तू जगदम्बे तू ही भवानी,
दर्शन देदो ,अब तो मैया ,दवार खड़ी मैं,
मई हर वाली माँ तू ही माँ काली माँ..............
दीप जलाऊ फूल चड़ाउ ,आरती तेरी मैं तो गाऊ,
जय जय कार करती जाऊ शारदे माँ,
मई हर वाली माँ तू ही माँ काली माँ.....
भगत तुम्हरे दवार है आये,
बेटी भी माँ तुज्को पुकारे,
फूलो की बरिया अब तो मैया
दवार खड़ी मैं,
मई हर वाली माँ तू ही माँ काली माँ.....