एक सिफ़ट करा मैं जोगी तेरी सुनेहरीया जटावा वालेया
आके भगता दे घर पाजा फेरी सुनेहरीया जटावा वालेया
आजा सोने दी गुफा नु बाबा छड के
कर नेड़े दाता झोली बैठा अड़ के
होनी भगता ते किरपा तेरी
सुनेहरीया जटावा वालेया
लीला पौन्हारी तेरिया न्यारियाँ
गाऊआ वाले सब रतनो दीया चारिया
चारे युगा वाला शिवा वाली मेरी
सुनेहरीया जटावा वालेया
भेटा चरना च वालिया गावदा,
मैं ते भूल के न दिल चो विसारदा
लिखी राम जी ने सिफत ऐ तेरी
सुनेहरीया जटावा वालेया