हट जा निंद्रा मोत बैरण मोहे साहिब ने रटवा दे

हट जा निंद्रा मोत बैरण मोहे साहिब ने रटवा दे ,
क्ई जन्म रा पाप कियोड़ा आज भजन से कटबा दे ,

इस काया में अमृत कुवा ,
भर भर प्याला पीबा दे,
इस काया में लंम्बा बड़,
कुबध्द  बेल ने कटवा दे,
ज्ञान का गोला घट उर म लाग्या,
काल का बंधन कटवा दे

सत्य की कुंजी सुनन्न में लागी,
गुप्त ताला खुलबा दें,
लादू नाथ जगत में जागत जोगी
नींद घटे तो घटबा दे,

श्रेणी
download bhajan lyrics (885 downloads)