सानूं दे लोहड़ी

सानूं दे लोहड़ी

सानू दे यशोधा लोहड़ी, सानू दे नंद बाबा लोहड़ी

1. गोपी गोप ग्वाले नच्चन, अड झोलिया लोहड़ी मंगन ।
सानू खाली अज्ज ना मोड़ीं, सानू दे यशोदा-----

2. वज्जन वाजे ढोल शहनाईयां, ब्रजवासी सब देणं वधाईयां ।
अज्ज नच्चे राधा गोरी, सानू दे यशोदा-----

3. शगना दी लोहड़ी है आई, मुँह मंगी लैनी है बधाई ।
तेरी जीवे पुत्तां दी जोड़ी, सानू दे यशोदा-----

4. वसदा रहे तेरा नंद दोवारा, जीवे मधुप तेरा मुरली वाला ।
रहे वजदी बांस दी पोरी, सानू दे यशोदा-----

माई तेरा कृष्ण कन्हैया जय हो, जीवे बलदाऊ भैया-
जय हो वस्से माई गोकुल तेरा जय हो,
नच्चे माई नंद द वेहड़ा- जय हो रहन सदा खुशियां छाइयां जय हो, कि वजदियाँ रहन

लेखक : श्रीकेवल कृष्ण मधुप (मधुप हरि महाराज) अमृतसर
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