नैया है मंझधार कन्हैया सूझे नहीं किनारा
दे दे श्याम सहारा दे दे श्याम सहारा
बीच भवर में नैया खाये रही हिचकोले
है घनघोर अँधेरा मनवा मेरा डोले
हारा देता श्याम सहारा मैंने तुझे पुकारा
दे दे श्याम सहारा ...................
ओ खाटू के बाबा लाज बचा ले मेरी
ना तो इस दुनिया में हंसी उड़ेगी तेरी
मैं तेरा तू मेरा कान्हा ये जाने जग सारा
दे दे श्याम सहारा ..................
काली काली रातें विपदा सर पे छाई
पड़ी ज़रूरत तेरी छुप गए कहाँ कन्हाई
बैरागी चरणों का सेवक उड़ता फिर बेचारा
दे दे श्याम सहारा ..................