माँ से मांगता फिरता है मुह मांगी मुरादे पाता है,
तेरा काम हो दोडा दोडा दर पे चला आता है
माँ से पूछ ले उसका हाल भी पूछने में क्या जाता है,
माँ की दिल की क्या बोलू माँ का दिल एक समुन्द्र है
अपने बच्चो के कितने दुःख माँ के दिल एक अन्दर है
तू भो बेटे जैसा रिश्ता माँ से क्यों ना निभाता है
माँ से पूछ ले उसका हाल भी पूछने में क्या जाता है,
माँ तो भोली भाली है वो किसी से कुछ केहती नही
बच्चो पे कोई विपदा आये वो कभी सेहती नही
चैन मिला सुख मिले है सारे फिर क्यों माँ को बुलाता है
माँ से पूछ ले उसका हाल भी पूछने में क्या जाता है,
चैन से तू सो जाता है पर माँ कभी सोती नही
माँ की ममता जैसा तो सागर में भी मोती नही
मोह माया की भाग दोड में तू क्यों वक़्त गवाता है
माँ से पूछ ले उसका हाल भी पूछने में क्या जाता है,