चलो रे, चलो रे, चलो रे, चलो रे
चलो महाकाल की नगरिया में, ॐ नाम बांध लो गठरिया में |
करो शिव की पूजा उमरिया में, ॐ नाम बांध लो गठरिया में ||
चलो महाकाल की नगरिया में, ॐ नाम बांध लो गठरिया में |
अनमोल तन तूने मानुष का पाया, फिर भी भोले नाम तूने ना गाया |
माया में भरमाया दुनियाँ में आकर, बैठा ना इक पल भी सतसंग में आकर-२ ||
क्यूँ लगाये दाग इस चुनरिया में, ॐ नाम बांध लो गठरिया में |
चलो महाकाल की नगरिया में, ॐ नाम बांध लो गठरिया में....
पी लो भोले नाम का जग में प्याला, तन-मन को पावन करें यह माला।।
बाबा के चरणों में मन को लगाकर।.पा लो इसे सत्य रटना लगाकर ||
तो बड़ा मज़ा आए उमरिया में। ॐ नाम बांध लो गठरिया में।
चलो महाकाल की नगरिया में, ॐ नाम बांध लो गठरिया में......