ये तो राजा महाराजा है मेरे भोलेनाथ
कष्ट हरते है भक्तो के ये दिन रात।
बाबा महाकाल की है महिमा निराली।
पीते हैं भांगिया ये भर भर के प्याली।।
कैलाश वासी है मेरे भोलेनाथ,
कष्ट हरते हैं भक्तो के ये दिन रात।
ये तो राजा महाराजा है......
उज्जैनी आकर के शीश जो झुकाते।
मुंह मांगा वर भक्त भोले से पाते ।।
इनकी कृपा की होती है बरसात,
कष्ट हरते हैं भक्तो के ये दिन रात।।
ये तो राजा महाराजा है.......