किस रूप में आओगे, कब दर्श दिखाओगे,
किस रूप में आओगे, कब दर्श दिखाओगे,
साईं राम साईं श्याम, साईं राम साईं श्याम,
किस रूप में आओगे, कब दर्श दिखाओगे……
दौलत दुनियाँ कुछ नही भाए,
साईं भजन में जो रम जाए,
बार बार वो गाए,
किस रूप में आओगे,
कब दर्श दिखाओगे.......
मन में साईं तन में साईं,
साँसों की धडकन में साईं
अब तो ये बतलाओ
किस रूप में आओगे,
कब दर्श दिखाओगे…..
सारी दुनियाँ द्वारे तेरे आये,
तेरे नाम की ज्योत जलाए,
तुझको ही पुकारे,
किस रूप में आओगे,
कब दर्श दिखाओगे…..