नैनो की तृष्णा साई भुजाते रहो,
साई हमे मुखड़ा दिखते रहो,
दुखियो को तुमने लगाया गले से,
हमे भी गले से लगाते रहो,
नैनो की तृष्णा साई भुजाते रहो,
ज़माने की बिगड़ी बनाते हो,
साई हमारी भी बिगड़ी साई बनाते रहो,
नैनो की तृष्णा साई भुजाते रहो,
अगर सोइ किस्मत जगना है तो,
तुम माथे पे उधि को लगाते रहो,
नैनो की तृष्णा साई भुजाते रहो,
अगर साई बाबा से तुम्हे भी शता है,
तो हाथो को अपने उठा ते रहो,
नैनो की तृष्णा साई भुजाते रहो,