रंग बिरंगा बागा ऊपर,
गोटो चमकदारी,
बेल-बूटी और मोर मंडिया है,
ऐसी कारीगारी,
की पैरे लागे जोरदार,
म्हारो सांवरियो सरकार,
बागो पैरे घूमरदार,
म्हारो सांवरियो सरकार।।
कई रकम का गजरा पैरे,
कई रकम की पगङी,
ई दुनिया मे श्याम धणी की,
शान है सबसे तगङी,
ओ देवे किस्मत न सवार,
म्हारो सांवरियो सरकार,
बागो पैरे घूमरदार,
म्हारो सांवरियो सरकार।।
रूप सजीलो लागे प्यारो,
निरख निरख हर्षाऊं,
जी में आवे श्याम धणी थाने,
गोदीया कर ले जाऊं,
की थारी लेऊं निज़र उतार,
म्हारो सांवरियो सरकार,
बागो पैरे घूमरदार,
म्हारो सांवरियो सरकार।।
आजा पास तू श्याम धणी के,
कद ना फिर पछतासी,
बात बताव चाकर “मुन्ना”,
बिलकुल साँची साँची,
की दुनिया बोले लखदातार,
म्हारो सांवरियो सरकार,
बागो पैरे घूमरदार,
म्हारो सांवरियो सरकार।।