भोली भाली राधा रानी
नटखट है धन श्याम
नटवारी नटनगर किस
लीला से महके ब्रिज धाम
गोकुल की गलियाँ में
निस्दिन गुंजे आओतो यामो
कान्हा की मुरली की सुंदरी
मधुर मनोहर ताल
भोलो जय कन्हैया लाल की
अरे .........
भोली भाली राधे को
सताए रे मुरारी
अरे ....
भोली भाली राधे को
सताए रे मुरारी
पहले सताए फिर
मनाए रे मुरारी
करे छेड़खानी और
चिड़ाये रे मुरारी
करे छेड़खानी और
चिड़ाये रे मुरारी
अपने ही... अरे....
अपने ही मन की
लगाये रे मुरारी
भोली भाली राधे को
सताए रे मुरारी.....
माने नहीं कान्हा
करे निथ बरजोरिक
कैसे मैं संभालून
ये चुनार कोरी कोरी
माने नहीं कान्हा
करे निथ बरजोरि
कैसे मैं संभालू
ये चुनर कोरी कोरी
चले नहीं जोर
चितचोर पे किसी का
अब थोड़ी नहीं जाए
सखी प्रीत की डोरी
भोली भाली..... अरे....
भोली भाली राधे को
सताए रे मुरारी
भोली भाली राधे को
सताए रे मुरारी......
म्हरे कभी कंकड़
वो फोडे रे गगरैया
कभी पनघट पे
वो रोके रे डगरिया
म्हरे कभी कंकड़
वो फोडे रे गगरैया
कभी पनघाट पे
वो रोके रे डगरिया
लेके ग्वाल बाल सारे
संग नंदलाल देखो
गोपियों को छेड़े
मुस्काये रे मुरारी
भोली भाली..... अरे....
भोली भाली राधे को
सताए रे मुरारी
पहले सताए फिर
मनाए रे मुरारी
करे छेड़खानी और
चिड़ाये रे मुरारी
करे छेड़खानी और
चिड़ाये रे मुरारी
अपने ही... अरे....
अपने ही मन की
लगाये रे मुरारी
भोली भाली राधे को
सताए रे मुरारी......