सिद्धियों के लिए श्री गजानंद की,
साधना कर रहे हैं हम,
वंदना कर रहे है हम॥
सिद्धियों के सदन, ज्ञान का दान दे,
फिर ना भूले कभी, ऐसा वरदान दे,
निर्धनो के लिए, जो दिया है वही,
कामना कर रहे हैं हम,
वंदना कर रहे है हम ॥
धुप तुम पर चढ़े, जन करे आरती,
प्रेम पूजा तेरी, हम करे भारती,
निर्धनों के लिए, जो दिया है वही,
भावना कर रहे है हम,
वंदना कर रहे है हम ॥
सिद्धियों के लिए श्री गजानंद की,
साधना कर रहे हैं हम,
वंदना कर रहे है हम........