इलाही नाम का ये सौदा कमाले,
जिस का जी चाहे,
कमा ले जिसका जी चाहे,
कमा ले जिसका जी चाहे,
इलाही नाम का सौदा कमाले,
जिस का जी चाहे,
इलाही नाम का सौदा कमाले,
कमा ले जिसका जी चाहे......
देख कर दुनियां का धंधा,
तेरा दिल हो रहा है गन्दा,
लगा हरी नाम का साबुन,
धुला ले जिसका जी चाहे,
इलाही नाम का सौदा कमाले,
जिस का जी चाहे......
होवे जब पाक दिल तेरा,
मिले कोई सतगुरु तुझे रजवा,
रंगे फिर आप रंग तुझको,
रंगा ले जिसका जी चाहे,
इलाही नाम का सौदा कमाले,
जिस का जी चाहे.......
चढ़े जब ज्ञान रंग पक्का,
ना जा फिर द्वारका मक्का,
है दिल में दिलबर का दर्शन,
करा ले जिसका जी चाहे,
इलाही नाम का सौदा कमाले,
जिस का जी चाहे.......
लखो सब घट घट में वो ही,
तेरा ही निज रुप है सोही,
अचलराम दुई का है पर्दा,
हटा ले जिसका जी चाहे,
इलाही नाम का सौदा कमाले,
जिस का जी चाहे.......
इलाही नाम का ये सौदा कमाले,
जिस का जी चाहे,
कमा ले जिसका जी चाहे,
कमा ले जिसका जी चाहे,
इलाही नाम का सौदा कमाले,
जिस का जी चाहे.......