नी मैं घुट के कलेजे नाल लाई,
चिट्ठी आई महारानी दी,
नाले पढ़ पढ़ होवां मैं शुदाई
चिट्ठी आई महारानी दी.........
गली विच आके जद डाकिया बोलया,
सुद्ध बुद्ध भूली जद बुहा मैं खोलया,
मेरी सफल हो गई कमाई,
चिट्ठी आई महारानी दी.........
चिट्ठी वेख मैनू मईया चढ़ गई खुमारियाँ,
अम्बरा दे विच फिरा लादियाँ उडारियाँ,
ठंड चिट्ठी ने कलेजे विच पाई,
चिट्ठी आई महारानी दी........
चिट्ठी विचों आवे सोहनी खुशबू माँ प्यार दी,
चिट्ठी कादी आई रूत आ गई बहार दी,
नी मैं चिट्ठी दी करा वडयाई,
चिट्ठी आई महारानी दी,
नी मैं घुट के कलेजे नाल लाई,
चिट्ठी आई महारानी दी,
नाले पढ़ पढ़ होवां मैं शुदाई
चिट्ठी आई महारानी दी.........