( तेरे चरण में सर को झुकता रहूँगा मैं,
दो फूल तुझपे रोज़ चढ़ाता रहूँगा मैं,
शृंगार तेरा चाँद सितारों से सजा है,
दरबार देख कर यही गाता रहूँगा मैं। )
तेरा दरबार मैया तेरा दरबार,
माँ शेरावाली प्यारा तेरा दबार,
सुन्दर शृंगार मैया प्यारा दरबार,
माँ शेरावाली प्यारा तेरा दरबार।।
नंगे पाँव दर पे आये राजा महाराजा,
ढोल ताशा बाजे दर पे बाजे नगाड़ा,
महिमा है तेरी मैया अपरम्पार,
माँ शेरावाली प्यारा तेरा दरबार।।
तेरी चरण को चूमू आँखों से लगा लूँ,
थोड़ी सी कृपा कर दो भाग्य जगा लूँ,
हम सब भिखारी बन के आये तेरे द्वार,
माँ शेरावाली प्यारा तेरा दरबार।।
तू भी चला जा सोनू बन के भिखारी,
वापस ना करती मैया भरे झोली खाली,
हमेशा भरा ही रहता माँ तेरा भण्डार,
माँ शेरावाली प्यारा तेरा दरबार।।