गले से लगा लो ना कन्हिया गले से लगा लो ना ,
तुम्हारे सिवा कोई ना मेरा मुझे अपना बना लो ना
अपना नही कोई सगरे पराये,
जितना उठु मुझे उतना गिराये।
आकर सँभालो ना तुम्हारे सिवा कोई न मेरा .......
तेरे बिना न कोई हमारा,
हमने सुना तू है हरे का सहारा
मुझे भी जीता दो ना तुम्हारे सिवा कोई न मेरा.........
गंगा गोरी तुमको पुकारे,
आजा रे आजा पागल के प्यारे।
प्रेम बढ़ा लो ना तुम्हारे सिवा कोई न मेरा.............
Bhajan by.kumar giriraj jaipur