शिव डमरू वाले का दरबार निराला हैं।
ऊँचे पर्वत धुनि रमा कर रहने वाला हैं।।
इसे चढ़ाये गंगा जल वो किस्मत वाला हैं।। हो हो हो।।
शिव डमरू वाले का----
कोई सोमनाथ है कहता हां कहता।
कोई बैधनाथ कोई अमरनाथ हैं कहता।।
हो एक लिंग शिव निराकार कहलाने वाला हैं।।
इसे चढ़ाये गंगा जल ---
शिव डमरू वाले का ---
जब भी कोई संकट आये हां आये।
व्याकुल होकर मन तेरा घबराये।।
हो ॐ नमः शिवाय मंत्र दुःख हरने वाला हैं।
इसे चढ़ाये गंगा जल ---
शिव डमरू वाले का ---
जब नजर मेहर की डाले हां डाले।
भक्तो के वो कर देता व्यारे न्यारे।।
भोला बाबा सदा ही भक्तो का रखवाला हैं।।
इसे चढ़ाये गंगा जल ---
शिव डमरू वाले का ---