आज आएंगे भगवान,
जिनका नाम है राजा राम,
बनके हमारे मेहमान रे,
पग पग पे बिछा दो अपने प्राण रे ,
आवो राम, आवो राम, आवो राम.....
एक राजा दशरथ पिता है जिनके,
कौशल्या है माता,
राजभवन सब छोड़ चले हैं,
वन वन दोनों भ्राता,
संग में, सीता माता,
चूम लो, उन चरणों को जिन पर,
धरती भी करें अभिमान रे,
पग पग पे बिछा दो अपने प्राण रे,
पग पग पे बिछा दो अपने प्राण रे,
आवो राम, आवो राम, आवो राम,
आएंगे प्रभु राम, हां आएंगे प्रभु राम.....
पाप कटे जन्मों के,
जीवन सफल हुआ है मेरा,
पार करो हमें नदियों से,
भवसागर के खेवईया,
दुखियों के दुख हरने भगवन,
आए धरती पर इंसान रे,
पग पग पे बिछा दो अपने प्राण रे,
पग पग पे बिछा दो अपने प्राण रे,
आवो राम, आवो राम, आवो राम,
आएंगे प्रभु राम, हां आएंगे प्रभु राम.....
ना तेरा ना मेरा वह तो,
सबके राम रमैया है,
छम छम घुंघरू बांध के,
नाचे हनुमत ता ता थैया रे,
अब जागे हैं भाग्य हमारे,
मिला भक्ति वरदान दे,
पग पग पे बिछा दो अपने प्राण रे,
पग पग पे बिछा दो अपने प्राण रे,
आवो राम, आवो राम, आवो राम,
आएंगे प्रभु राम, हां आएंगे प्रभु राम......