हाथ थमा कर बाबा को,
मन में रख विश्वाश,
अर्ज लगा दरबार में,
मत खोना तू आन,
साथी है साँवरा,
तो सब होता है,
आते होंगे श्याम,
क्यों धीरज खोता है,
है वो साथ तेरे,
तो क्यों रोता है।
आते होंगे श्याम,
क्यो धीरज खोता है,
है वो साथ तेरे,
तो क्यों रोता है……….
जो सांवरिये की सेवा में,
मन से रम जाता,
काल भी दहलीज उनकी,
लांघ नहीं पाता,
साया बन सांवरा,
साथ होता है,
आते होंगे श्याम,
क्यों धीरज खोता है,
है वो साथ तेरे,
तो क्यों रोता है…………
हर गलती की मिलती है,
माँगो जो माफ़ी,
दो मीठे भजनों से ठाकुर,
हो जाते राजी,
मधु दे तुमको,
मैं भी दूँ तुमको,
श्याम न्योता है,
आते होंगे श्याम,
क्यों धीरज खोता है,
है वो साथ तेरे,
तो क्यों रोता है………
आते होंगे श्याम,
क्यों धीरज खोता है,
है वो साथ तेरे,
तो क्यों रोता है……….