कल भी हारे का साथी आज भी हारे का सहारा,
बदला ना श्याम हमारा,
रीत बदल ते देखि प्रीत बदलते,
रीतूयो बदल ती देखि मौसम बदल ते देखे,
रिश्तेदारी में देखे रिश्ते बदल ते ,
लोगो को देखा अपनी बाते बदल ते,
फिर बी ये दोडा आता जब जब भी इनको पुकारा,
बदला ना श्याम हमारा.......
रूप बदलते देखा रंग बदल ते,
चेहेरे बदलते देखा चाल बदल ते,
सोच बदल ते देखा ध्यान बदल के,
माया के आगे देखा भाव बदल ते,
इतना होने पर भी ये रखता है ध्यान हमारा,
बदला ना श्याम हमारा.........
इनपे असर नही है बदले समय का,
पका है अब भी ये माँ के वचन का,
किसकी मजाल कोई इसको हिला दे,
खोये हुए को बाबा फिर से मिला दे,
दीपक रवि वी बोले कलयुग में श्याम हमारा,
बदला ना श्याम हमारा.....