मेरे राधा रमण सरकार,
तू इतना ना करियो श्रृंगार
नज़र तोहे लग जायेगी,
मेरे प्यारे नज़र तोहे लग जायेगी॥
नैनं सोहे कजरा काला,
गल विराजे वैजन्ती माला,
तेरी लट लटके घुँघराल,
तू इतना ना करियो श्रृंगार,
नज़र तोहे लग जायेगी,
मेरे प्यारे नज़र तोहे लग जायेगी॥
मोर मुकुट कानो में कुण्डल,
होंठो पे मुरली नैनो में काजल
तेरी लूँ नज़र उतार,
तू इतना ना करियो श्रृंगार
नज़र तोहे लग जायेगी,
मेरे प्यारे नज़र तोहे लग जायेगी॥
जब जब देखूं छवि ये तुम्हारी,
वारि जाऊं तो पे बांके बिहारी
तेरे चरण कमल बलिहार,
तू इतना ना करियो श्रृंगार
नज़र तोहे लग जायेगी,
मेरे प्यारे नज़र तोहे लग जायेगी॥
मेरे राधा रमण सरकार,
तू इतना ना करियो श्रृंगार
नज़र तोहे लग जायेगी,
मेरे प्यारे नज़र तोहे लग जायेगी॥