श्रीकृष्णा जी से आज मिलने सुदामा आए......
एक तो फटे से कपड़े फटे से कपड़े,
दूजे नंगे उनके पैर मिलने सुदामा आए,
श्रीकृष्णा जी से आज मिलने सुदामा आए......
एक तो मुट्ठी भर चावल मुट्ठी भर चावल,
दूजे लिए दुबकाय मिलने सुदामा आए,
श्रीकृष्णा जी से आज मिलने सुदामा आए......
हस हस के राधा पूछे वह रुक्मणी पूछें,
तिहारे लगते हैं कौन मिलने सुदामा आए,
श्रीकृष्णा जी से आज मिलने सुदामा आए......
एक तो ये मित्र हमारे ये दोस्त हमारे,
दूजे पढ़े दोनों साथ मिलने सुदामा आए,
श्रीकृष्णा जी से आज मिलने सुदामा आए......